भिलाई : छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना द्वारा भिलाई में लगातार आठवें वर्ष आयोजित “जबर हरेली रैली” में इस वर्ष भी प्रदेशभर से छत्तीसगढ़ी अस्मिता के लिए सेनानी उमड़े। रविवार को आयोजित इस भव्य रैली की शुरुआत भिलाई पावर हाउस अम्बेडकर चौक से हुई और समापन रिसाली दशहरा मैदान में किया गया।

रैली में शामिल जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रमुख अमित बघेल और क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय यादव विशेष रूप से शामिल हुये! झांकी में छत्तीसगढ़ी भाषा, संस्कृति और स्वाभिमान की मजबूती पर जोर दिया। प्रदेश के कोने-कोने से आए सेनानियों ने अपनी उपस्थिति से आयोजन को गौरवान्वित किया।

आकर्षण के प्रमुख केंद्र:
- छत्तीसगढ़ी थीम पर आधारित झांकियाँ
- पारंपरिक बैलगाड़ी, जिसे भव्य रूप से सजाया गया था
- सुवा नृत्य, पंथी नृत्य, बस्तरिया नृत्य, राउत नाचा, गढवा बाजा और आखड़ा एवं पारम्परिक वेशभूषा मे आये सभी मनमोह लिया
- गेड़ी पर कलाकारों की प्रस्तुतियाँ
- किसानी यंत्रों की झलकियाँ
- छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा और राज्य के पुरोधाओं की तस्वीरें

रैली में उठे नारे में “छत्तीसगढ़ी में पढ़बो, लिखबो, बोलबो” और “छत्तीसगढ़ी ला राजकाज भाखा बनावो” जैसे स्वर प्रमुख रहे। “जय छत्तीसगढ़ महतारी” के जयघोष से गूंजता रहा ।

यह रैली न केवल संस्कृति और परंपरा का उत्सव थी, बल्कि छत्तीसगढ़ी भाषा को राजभाषा का दर्जा दिलाने की एक सशक्त चेतावनी भी मानी जा रही है। आयोजकों ने इसे जनसांस्कृतिक जागरण की ऐतिहासिक पहल बताया।
