रायपुर, छत्तीसगढ़। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशा के अनुरूप छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलाए जा रहे सुशासन तिहार अभियान ने जनता और शासन के बीच सेतु का कार्य करते हुए एक नया इतिहास रच दिया है। तीन चरणों में चलने वाले इस अभियान ने जहां लोगों की समस्याओं को समाधान की ओर अग्रसर किया है, वहीं सरकार की योजनाओं के प्रति जनता के विश्वास और स्वीकारोक्ति को भी अभूतपूर्व रूप से उजागर किया है।
इस अभियान के पहले चरण में राज्य भर में समाधान पेटियों के माध्यम से जनता से आवेदन लिए गए। दूसरे चरण में इन आवेदनों का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निराकरण किया गया। अब तीसरे चरण में सरकार स्वयं गांव-गांव जाकर जनता को उनके आवेदनों पर की गई कार्रवाई की जानकारी दे रही है।
धमतरी जिला बना केंद्रबिंदु
धमतरी जिले में सुशासन तिहार को लेकर जनता में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। यहां कुल 2,27,931 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से लगभग 98 प्रतिशत आवेदन सरकारी योजनाओं से लाभ लेने की मांग से जुड़े थे। केवल 4,601 आवेदन ही शिकायतों से संबंधित पाए गए, जिससे यह स्पष्ट होता है कि जनता सरकार की योजनाओं को न केवल जान रही है, बल्कि उनसे लाभ लेने के लिए भी तत्पर है।
अब तक जिले में 2,22,811 आवेदनों का निराकरण किया जा चुका है, जिनमें 4,138 शिकायतें और 2,18,673 मांगों से जुड़े आवेदन शामिल हैं। यह कार्यप्रणाली न केवल प्रशासन की तत्परता को दर्शाती है, बल्कि जनविश्वास में हुई वृद्धि का प्रमाण भी है।
सरकारी योजनाओं पर जनता की स्वीकृति
महतारी वंदन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान कार्ड, श्रम कार्ड, आंगनबाड़ी स्वीकृति, मातृ वंदना योजना, नोनी सुरक्षा योजना, तथा मुर्गी, बकरी, सुअर और मछली पालन के लिए ऋण जैसी योजनाओं से जुड़े भारी संख्या में आवेदन यह सिद्ध करते हैं कि विष्णु देव साय सरकार की योजनाएं जमीनी स्तर पर पहुंच रही हैं और जनहितकारी सिद्ध हो रही हैं।
भूतपूर्व अभियानों से अधिक सफलता
पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा चलाए गए ग्राम सुराज, भेंट-मुलाकात, जनदर्शन जैसे अभियानों की तुलना में सुशासन तिहार को जनता की अधिक भागीदारी और स्वीकारोक्ति मिली है। वरिष्ठ पत्रकारों और प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, इतनी बड़ी संख्या में आवेदन पहले कभी किसी अभियान में नहीं आए।
विकास की नई योजनाओं का आधार बनेंगे आवेदन
तीसरे चरण में मुख्यमंत्री स्वयं जिलों में पहुंचकर लोगों से संवाद कर रहे हैं। सुशासन तिहार के इन आवेदनों के विश्लेषण के आधार पर नई योजनाओं की संरचना और क्रियान्वयन की दिशा तय की जाएगी। इससे प्रदेश के समग्र और संतुलित विकास की दिशा में कदम उठाए जाएंगे।
विष्णु देव सरकार की उपलब्धियां
महज डेढ़ साल के कार्यकाल में मुख्यमंत्री श्री साय की सरकार ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की 90% गारंटियों को पूरा कर दिखाया है। भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस, सूचना प्रौद्योगिकी और सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्रों में रोजगार सृजन के निर्णयों ने युवाओं का विश्वास जीत लिया है।
जनता में यह विश्वास बना है कि इस सरकार में योजनाएं केवल घोषणाएं नहीं रह जातीं, बल्कि जमीनी स्तर पर क्रियान्वित होकर आमजन को वास्तविक लाभ पहुंचाती हैं।
निष्कर्ष
सुशासन तिहार केवल एक प्रशासनिक अभियान नहीं, बल्कि जनता और सरकार के बीच संवाद और विश्वास की सशक्त कड़ी बनकर उभरा है। इससे न केवल शासन की पारदर्शिता बढ़ी है, बल्कि जनकल्याणकारी योजनाओं की लोकप्रियता और प्रभावशीलता भी प्रमाणित हुई है। यही है “सबका साथ, सबका विकास” की वास्तविक झलक।