मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुशासन तिहार के तीसरे चरण के तहत कोरबा जिले के पाली विकासखण्ड स्थित ग्राम मदनपुर में आयोजित समाधान शिविर में ग्रामीणों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने स्थानीय समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करने के लिए प्राप्त आवेदनों की स्थिति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सुशासन तिहार को आम जनता से सीधे संवाद का एक बेहतरीन माध्यम बताया और कहा कि इसका उद्देश्य शासकीय योजनाओं का जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि इस पहल के तहत वे बिना पूर्व सूचना के प्रदेश के किसी भी कोने में पहुंचकर लोगों की समस्याओं का समाधान करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री साय की महत्वपूर्ण बातें
मुख्यमंत्रीश्री साय ने कहा कि उनकी सरकार ने “मोदी की गारंटी” के हर वादे को पूरा किया है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि:
- शपथ ग्रहण के दूसरे ही दिन 18 लाख प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किए गए।
- किसानों को 3100 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से धान का समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया।
- महतारी वंदन योजना के तहत 70 लाख से अधिक महिलाओं के खातों में राशि पहुंचाकर उन्हें आर्थिक संबल प्रदान किया गया।
- तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए पारिश्रमिक राशि को 4 हजार रुपये से बढ़ाकर 5500 रुपये किया गया।
- मुख्यमंत्री तीर्थ योजना को पुनः प्रारंभ किया गया, जिससे बुजुर्गों को आस्था का सम्मान दिया जा सके।
ग्राम पंचायतों में अटल डिजिटल सेवा केंद्र
मुख्यमंत्रीश्री साय ने बताया कि अटल डिजिटल सेवा केंद्र 24 अप्रैल से प्रदेश की 1460 ग्राम पंचायतों में शुरू किए गए हैं। इन केंद्रों के माध्यम से अब ग्रामीणों को बैंक जैसी सुविधाएं मिलेंगी, जैसे राशि आहरण, जाति और निवास प्रमाण पत्र आदि। इससे ग्रामीणों को बैंक तक दौड़ने की आवश्यकता नहीं होगी, और उन्हें दस्तावेजों से संबंधित कार्यों में सुविधा मिलेगी।
भूमि नामांतरण प्रक्रिया में सुधार
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाते हुए नामांतरण प्रक्रिया को सरल बना दिया है। अब भूमि रजिस्ट्री के साथ-साथ नामांतरण भी एक घंटे से कम समय में पूरा हो जाएगा, जिससे नागरिकों को अनावश्यक दौड़धूप से राहत मिलेगी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना की पात्रता शर्तों को भी शिथिल किया गया है। अब 5 एकड़ असिंचित या 2.5 एकड़ सिंचित भूमि वाले, दोपहिया वाहन रखने वाले और 15 हजार रुपये मासिक आय वाले लोग भी योजना में शामिल हो सकेंगे।
छत्तीसगढ़ के विकास के लिए संसाधन
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार से छत्तीसगढ़ को भरपूर संसाधन मिल रहे हैं और डबल इंजन की सरकार के तहत कोरबा से पेंड्रा और धरमजयगढ़ तक नई रेललाइन जैसी कई परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं, जो क्षेत्र के विकास को गति प्रदान करेंगी।
समाधान शिविर में जनता के अनुभव
समाधान शिविर में उपस्थित हितग्राहियों ने बताया कि शासन की योजनाओं ने उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया है।
- राजनंदिनी डोंगरे, प्रधानमंत्री आवास योजना की लाभार्थी ने बताया कि अब उनका परिवार पक्के मकान में सुरक्षित है।
- रमाबाई पैकरा, महतारी वंदन योजना की लाभार्थी ने बताया कि उन्हें 15 किश्तें प्राप्त हुई हैं, जिनका उन्होंने सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश किया है।
- कन्हैया लाल, एक किसान ने बताया कि नामांतरण प्रक्रिया के माध्यम से उनकी जमीन का रिकॉर्ड ऑनलाइन हो गया और प्रमाणपत्र भी मिल गया है, जिससे उन्हें बहुत सुविधा मिली है।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री साय के नेतृत्व में सुशासन तिहार एक महत्वपूर्ण कदम है, जो शासकीय योजनाओं के सही तरीके से क्रियान्वयन और जनता की समस्याओं के समाधान के लिए काम कर रहा है। इस कार्यक्रम के माध्यम से सरकार न केवल योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन की दिशा में काम कर रही है, बल्कि लोगों की वास्तविक समस्याओं को भी समझने और उनका समाधान सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है।