रायपुर। छत्तीसगढ़ में गर्मी के मौसम के बीच अचानक मौसम ने करवट ली है। रायपुर जिले के धरसींवा क्षेत्र में गुरुवार शाम तेज धूलभरी आंधी ने भारी तबाही मचाई। तरपोंगी और आसपास के इलाकों में करीब 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली तेज हवाओं के कारण कई जगह पेड़ और होर्डिंग्स गिर गए। इस दौरान तरपोंगी में सड़क किनारे राहगीरों के लिए बनाया गया टीन शेड भी आंधी की चपेट में आ गया, जिसमें कई कारें दब गईं। राहत कार्य जारी है और जेसीबी मशीन की मदद से मलबा हटाने का काम किया गया।
सबसे बड़ा नुकसान रायपुर-बिलासपुर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-30) पर ग्राम देवरी-धरसींवा के पास बने टोल प्लाजा को हुआ। मौसम के अचानक बदले मिजाज ने राजधानी रायपुर और उसके आसपास के क्षेत्रों में भारी नुकसान पहुंचाया है। तेज तूफान की चपेट में आकर टोल प्लाजा का लोहे का शेड और कर्मचारियों के लिए बने बूथ पूरी तरह से नष्ट हो गए।

हादसे में एक टाटा एस वाहन भी दब गया, हालांकि चालक और अन्य लोगों को केवल मामूली चोटें आईं। घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए धरसींवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तूफान इतना तेज था कि टोल प्लाजा की पूरी संरचना हवा में उखड़कर सड़कों पर जा गिरी। इसके चलते राजमार्ग पर आवागमन पूरी तरह ठप हो गया और लंबा जाम लग गया। सूचना मिलते ही धरसींवा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और यातायात को सुचारु करने के लिए तत्काल कार्रवाई शुरू की।
मौसम विभाग के अनुसार, तेज आंधी और बारिश के कारण प्रदेश के कई हिस्सों में तापमान में 5 से 10 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है, जिससे लोगों को भीषण गर्मी और उमस से राहत मिली है। विभाग ने आगामी चार दिनों के लिए राज्य के कई हिस्सों में तेज आंधी और बारिश का अलर्ट जारी किया है।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, टोल प्लाजा को भारी क्षति पहुंची है और उसकी मरम्मत में भारी लागत और समय लग सकता है। जिला प्रशासन और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की टीमें मौके पर पहुंचकर नुकसान का आंकलन कर रही हैं।

छत्तीसगढ़ में मौसम का यह बदला मिजाज आने वाले दिनों में और बड़ी चुनौतियाँ ला सकता है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क और सुरक्षित रहने की अपील की है।