बलौदा बाज़ार, अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट रावन में एक कर्मचारी की मौत के मामले में फैक्ट्री प्रबंधन की लापरवाही सामने आई। मृतक महेंद्र कुमार वर्मा के परिवार को मुआवजा दिलाने में छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना ने अपनी सख्त पहल दिखाई।
जानकारी के अनुसार, प्रबंधन द्वारा मुआवजा देने में आनाकानी की जा रही थी, जिसके बाद क्रान्ति सेना ने हस्तक्षेप किया। संगठन के दबाव में फैक्ट्री अधिकारियों ने मृतक की पत्नी श्रीमती छोटी वर्मा को 45 लाख रुपये का मुआवजा देने के साथ ही जीवनपर्यंत मासिक पेंशन तथा मृतक के पुत्र को फैक्ट्री में नौकरी देने पर सहमति जताई। इस संबंध में लिखित एग्रीमेंट भी पीड़ित परिवार को सौंपा गया।

छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना ने कहा कि लगातार फैक्ट्री हादसों में कर्मचारियों की जान जा रही है, लेकिन प्रबंधन स्वतः सहयोग करने से बचता है। ऐसे मामलों में पीड़ित परिवार हर बार संगठन के पास पहुंचते हैं।
संगठन ने आरोप लगाया कि बीजेपी और कांग्रेस जैसे दल अब आम जनता का भरोसा खो चुके हैं, क्योंकि हर मुद्दे पर कमीशनखोरी और राजनीतिक लाभ के लिए काम होता है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता अब सचेत हो रही है और संगठन का संघर्ष आगे भी जारी रहेगा।

