महासमुंद, जिले में विद्यालय स्तर पर रेडक्रॉस की गतिविधियों को सशक्त बनाने और छात्रों को प्राथमिक उपचार व सामाजिक उत्तरदायित्वों के प्रति जागरूक करने हेतु जूनियर रेडक्रॉस काउंसलरों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम महासमुंद में संपन्न हुआ।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम कलेक्टर एवं रेडक्रॉस सोसाइटी अध्यक्ष श्री विनय कुमार लंगेह के निर्देशानुसार जिले के पिथौरा, बागबाहरा और महासमुंद विकासखंडों के हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों के 111 रेडक्रॉस प्रभारी शिक्षकों के लिए आयोजित किया गया था। प्रशिक्षण का यह द्वितीय चरण था, जबकि प्रथम चरण का आयोजन 10 से 12 जुलाई तक सरायपाली में किया गया था, जिसमें 80 काउंसलरों ने भाग लिया था।
प्रशिक्षण का समापन 17 जुलाई को जिला पंचायत सीईओ श्री एस. आलोक के मुख्य आतिथ्य में हुआ। कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी श्री विजय कुमार लहरे, जिला रेडक्रॉस अध्यक्ष श्री संदीप कुमार दीवान, श्री पारस चोपड़ा, श्री दाऊलाल चंद्राकार, जिला क्रीड़ा अधिकारी श्रीमती अंजलि बरमाल सहित कई विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे।
प्रशिक्षण में राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षक डॉ. यशवंत चंद्राकर और जिला प्रशिक्षक श्री दिनेश कुमार साहू ने रेडक्रॉस के इतिहास, उद्देश्य और सिद्धांतों के साथ-साथ प्राथमिक सहायता के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से प्रशिक्षण दिया।
प्रशिक्षण के मुख्य बिंदु:
- सड़क दुर्घटना, आग, भूकंप, बाढ़ जैसी आपदाओं में प्राथमिक सहायता
- सीपीआर, बैंडेज, फ्रैक्चर की स्थिति में मदद
- बिच्छू, कुत्ते के काटने, मिर्गी, विष सेवन, जलने जैसी स्थितियों में प्राथमिक सहायता
- रक्तदान, नेत्रदान, वृक्षारोपण, टीकाकरण जैसे सामाजिक दायित्वों पर जागरूकता
समापन अवसर पर सीईओ श्री आलोक ने विद्यालयों में रेडक्रॉस टीम गठन के निर्देश दिए, वहीं जिला शिक्षा अधिकारी ने रेडक्रॉस गतिविधियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ जोड़ने की बात कही। श्री संदीप दीवान ने छात्रों में सेवा भावना और सामाजिक कर्तव्यों के निर्वहन की प्रेरणा देने की आवश्यकता पर जोर दिया।
इस कार्यक्रम में सचिव श्रीमती किरण पटेल (महासमुंद), श्री परसराम सिन्हा (बागबाहरा), श्री दिनेश कुमार साहू (पिथौरा) के नेतृत्व में प्रशिक्षण सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती किरण पटेल ने किया और संपूर्ण कार्यक्रम डॉ. अशोक गिरी गोस्वामी के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।
जिले में स्कूली स्तर पर रेडक्रॉस की भूमिका को और अधिक सक्रिय व प्रभावी बनाने के उद्देश्य से आगामी गतिविधियों पर भी विचार-विमर्श किया गया।