रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भारत और यूनाइटेड किंगडम (UK) के बीच हाल ही में हुए मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को छत्तीसगढ़ के लिए ऐतिहासिक और संभावनाओं से भरपूर करार दिया। उन्होंने इसे राज्य की आर्थिक तरक्की और सामाजिक-सांस्कृतिक पहचान को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने का सुनहरा अवसर बताया।
कृषि, हस्तशिल्प और MSME को मिलेगा वैश्विक मंच
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समझौते से छत्तीसगढ़ के कृषि उत्पादों, हस्तशिल्प, बुनकरी और लघु उद्योगों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में नई पहचान मिलेगी। भारत के 99% निर्यात उत्पादों को ब्रिटेन में शुल्क-मुक्त पहुंच मिलने से छत्तीसगढ़ के किसानों, बुनकरों और कारीगरों के लिए 23 अरब डॉलर के संभावित व्यापार अवसर सृजित होंगे।
स्थानीय उत्पाद होंगे वैश्विक गुणवत्ता के अनुरूप
राज्य सरकार छत्तीसगढ़ के पारंपरिक और स्थानीय उत्पादों को वैश्विक मानकों पर तैयार करने के लिए कई कदम उठा रही है, जिनमें शामिल हैं:
- विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम: उत्पादकों को गुणवत्ता और निर्यात मानकों के अनुसार प्रशिक्षित करना।
- निर्यात सहायता केंद्र: व्यापार मार्गदर्शन और सहायता हेतु केंद्रों की स्थापना।
- गुणवत्ता नियंत्रण सहायता: उत्पादों की अंतरराष्ट्रीय मांग के अनुसार गुणवत्ता सुनिश्चित करना।
रोजगार और उद्योग को मिलेगा प्रोत्साहन
सीएम साय ने कहा कि यह समझौता न केवल कृषि बल्कि राज्य के उद्योग और रोजगार के क्षेत्र को भी मजबूती देगा। खासकर चावल, कोदो-कुटकी और हस्तशिल्प जैसे उत्पादों को ब्रिटेन में प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे स्थानीय उत्पादन और रोजगार में इजाफा होगा।
PM मोदी की दूरदर्शी पहल को बताया प्रेरणास्रोत
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ विजन की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह समझौता प्रधानमंत्री की वैश्विक सोच का परिणाम है, जो छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों को अंतरराष्ट्रीय पटल पर आगे ला रहा है।
भविष्य की योजनाएं भी तय
राज्य सरकार अब लॉजिस्टिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर, डिजिटल एक्सपोर्ट प्लेटफॉर्म, और निर्यात प्रोत्साहन नीतियों पर काम कर रही है, ताकि छत्तीसगढ़ के उत्पादकों को सिर्फ ब्रिटेन ही नहीं, बल्कि दुनिया के अन्य बाजारों तक पहुंच मिल सके।