रायपुर, 03 जून 2025।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने राज्य सरकार पर शिक्षकों के खिलाफ तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया को अविलंब रद्द करने की मांग की है। कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि सरकार शिक्षा व्यवस्था को जानबूझकर तबाह करने पर आमादा है और आधी रात को पुलिस भेजकर शिक्षकों को डराने-धमकाने जैसी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण और अन्यायपूर्ण हैं।
वर्मा ने कहा कि युक्तियुक्तकरण की पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता का अभाव है और यह दुर्भावना से प्रेरित प्रतीत होती है। “सरकार अतिशेष शिक्षकों की कोई सूची सार्वजनिक नहीं कर रही है, न ही दावा-आपत्ति का अवसर दे रही है। शिक्षकों को मनमाने ढंग से हटाया और स्थानांतरित किया जा रहा है। नियमों और मापदंडों की खुलेआम अनदेखी हो रही है,” उन्होंने कहा।
कांग्रेस प्रवक्ता ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार शिक्षा माफिया के एजेंटों के इशारे पर काम कर रही है। भ्रष्ट मंत्रियों और वसूलीबाज अधिकारियों की शह पर प्रदेश भर में शिक्षकों का भयादोहन किया जा रहा है।
वर्मा ने कहा कि युक्तियुक्तकरण के नाम पर वरिष्ठ शिक्षकों को जबरन हटाकर जूनियर शिक्षकों को संरक्षण दिया जा रहा है। विषय अनुपात का भी पालन नहीं हो रहा और कई स्कूलों में स्थिति अराजक हो गई है।
उन्होंने कहा, “भारतीय जनता पार्टी की सरकार शिक्षा विरोधी, शिक्षक विरोधी और कर्मचारी विरोधी है। पहले ही हजारों स्कूलों को बंद कर चुकी है, अब शिक्षकों के स्थानांतरण में भी अन्याय कर रही है।”
कांग्रेस ने मांग की है कि सरकार जिलावार अतिशेष शिक्षकों की सूची सार्वजनिक करे, उन्हें कारण बताए और दावा-आपत्ति का पूरा मौका देकर ही किसी भी प्रक्रिया को आगे बढ़ाए।