रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता को सुदृढ़ और सर्वसुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के नेतृत्व में प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 125 सहायक प्राध्यापकों के पदों पर सीधी भर्ती की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।
इस संबंध में चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) को पत्र भेजकर इन पदों के लिए औपचारिक अधिसूचना जारी करने का अनुरोध किया गया है। विभागीय स्वीकृति के तहत की जा रही यह पहल भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और गति सुनिश्चित करने का प्रयास है।
सरकार के इस निर्णय से न केवल शासकीय मेडिकल कॉलेजों में शिक्षकों की कमी को दूर किया जाएगा, बल्कि विद्यार्थियों को विशेषज्ञ और अनुभवी संकाय से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी प्राप्त होगी। इससे राज्य में चिकित्सा शिक्षा की संरचना को मजबूती मिलेगी और स्वास्थ्य सेवाओं की नींव और अधिक मजबूत बनेगी।
चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार, भर्ती प्रक्रिया जल्द ही CGPSC के माध्यम से प्रारंभ की जाएगी और इच्छुक अभ्यर्थियों को आयोग की वेबसाइट पर आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे।
राज्य सरकार की यह पहल छत्तीसगढ़ को चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर और उत्कृष्ट केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक और ठोस कदम मानी जा रही है। आने वाले वर्षों में यह प्रयास स्वास्थ्य क्षेत्र में नवाचार, अनुसंधान और दक्ष मानव संसाधन को बढ़ावा देगा।