छत्तीसगढ़ में 1 जून से अब तक 797.0 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की गई है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार इस बार मानसून के दौरान राज्य के विभिन्न जिलों में वर्षा का स्तर अलग-अलग रहा है।
सर्वाधिक और न्यूनतम वर्षा
- बलरामपुर जिला – 1173.7 मि.मी. (सबसे ज्यादा)
- बेमेतरा जिला – 402.6 मि.मी. (सबसे कम)
संभागवार वर्षा की स्थिति
रायपुर संभाग
रायपुर – 692.7 मि.मी., बलौदाबाजार – 602.9 मि.मी., गरियाबंद – 690.6 मि.मी., महासमुंद – 623.2 मि.मी., धमतरी – 711.7 मि.मी.
बिलासपुर संभाग
बिलासपुर – 810.3, मुंगेली – 796.7, रायगढ़ – 958.8, सारंगढ़-बिलाईगढ़ – 687.1, जांजगीर-चांपा – 1005.0, सक्ती – 872.6, कोरबा – 794.9, गौरेला-पेंड्रा- मरवाही – 754.9 मि.मी.
दुर्ग संभाग
दुर्ग – 652.5, कबीरधाम – 578.4, राजनांदगांव – 748.2, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी – 1031.2, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई – 593.5, बालोद – 877.0 मि.मी.
सरगुजा संभाग
सरगुजा – 555.2, सूरजपुर – 885.9, जशपुर – 807.1, कोरिया – 891.9, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर – 796.0 मि.मी.
बस्तर संभाग
बस्तर – 1017.7, कोंडागांव – 723.9, कांकेर – 929.1, नारायणपुर – 939.2, दंतेवाड़ा – 933.2, सुकमा – 751.2, बीजापुर – 1012.7 मि.मी.
कृषि और जल भंडारण पर असर
विशेषज्ञों का मानना है कि औसत वर्षा का यह स्तर खेती-किसानी और जल भंडारण के लिए राहतकारी है। अधिक वर्षा वाले जिलों में जलस्तर बेहतर होगा, जबकि कम वर्षा वाले जिलों में सिंचाई और जल प्रबंधन को लेकर अतिरिक्त प्रयास करने की आवश्यकता रहेगी।