छत्तीसगढ़ में हुए करीब 2000 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में बड़ी कार्रवाई की जमीन तैयार हो गई है। राज्य सरकार ने इस मामले में 21 आबकारी अधिकारियों के खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति दे दी है। इससे इन अधिकारियों के खिलाफ अब कानूनी कार्रवाई और गिरफ्तारी का रास्ता साफ हो गया है। पहले से ही इस घोटाले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा, पूर्व IAS अधिकारी अनिल टुटेजा, अनवर ढेबर और अरुणपति त्रिपाठी जैसे दिग्गज आरोपी जेल में हैं।
कौन-कौन अधिकारी हैं जांच के घेरे में?
इन 21 अधिकारियों में तत्कालीन एडिशनल डायरेक्टर, ज्वाइंट डायरेक्टर, डिप्टी डायरेक्टर, जिला आबकारी अधिकारी, सहायक आयुक्त, ADO और इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी शामिल हैं। इन सभी के नाम पहले से दर्ज FIR में शामिल हैं और अब ये मुख्य आरोपी की तरह मामले का सामना करेंगे।
इन अधिकारियों के खिलाफ दी गई अभियोजन स्वीकृति:
- जनार्दन कौरव (सहायक जिला आबकारी अधिकारी)
- अनिमेष नेताम (उपायुक्त)
- विजय सेन शर्मा (उपायुक्त)
- अरविंद पाटले (सहायक आयुक्त)
- प्रमोद नेताम (सहायक आयुक्त)
- रामकृष्ण मिश्रा (सहायक आयुक्त)
- विकास गोस्वामी (सहायक आयुक्त)
- इकबाल खान
- नितिन खंडुजा
- नवीन प्रताप सिंह तोमर
- मंजु केसर
- सौरभ बख्शी
- दिनकर वासनिक
- अशोक सिंह
- मोहित जायसवाल
- नीतू नोतानी
- रविश तिवारी
- गरीबपाल दर्दी
- नोहर सिंह ठाकुर
- आशीष श्रीवास्तव
- सोनल नेताम
घोटाले की पृष्ठभूमि
इस शराब घोटाले में आरोप है कि कांग्रेस शासन के दौरान प्रदेश में अवैध शराब बिक्री, ओवर इनवॉइसिंग और भारी कमीशनखोरी के जरिए बड़ा घोटाला किया गया। ED (प्रवर्तन निदेशालय) की जांच में खुलासा हुआ कि पूरे नेटवर्क को व्यवस्थित तरीके से चलाया गया और मोटी कमाई को विभिन्न माध्यमों से सफेद किया गया।
ED की रिपोर्ट में कौन हैं मास्टरमाइंड?
- अनिल टुटेजा (पूर्व IAS)
- अनवर ढेबर (व्यवसायी और रसूखदार नेटवर्क का हिस्सा)
- अरुणपति त्रिपाठी (अधिकारी)
इन तीनों को ED ने इस घोटाले का मास्टरमाइंड बताया है।
अब तक क्या हुई कार्रवाई?
- कुल 8 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं
- अब 21 और अधिकारियों पर गिरफ़्तारी की तलवार लटक रही है
- ED और EOW की टीमें आगे की कार्रवाई में जुटी हैं
निष्कर्ष
छत्तीसगढ़ का यह शराब घोटाला राज्य के सबसे बड़े घोटालों में से एक बन चुका है। राज्य सरकार द्वारा अभियोजन की मंजूरी दिए जाने के बाद इस मामले में अब तेज़ी से कार्रवाई संभव है। आने वाले दिनों में अधिक गिरफ्तारियां और जांच की बड़ी परतें खुलने की उम्मीद है।