नई दिल्ली/रायपुर। छत्तीसगढ़ से भाजपा सांसद और वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल को केंद्र सरकार ने एक नई जिम्मेदारी सौंपी है। उन्हें भारत सरकार के अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की हिंदी सलाहकार समिति का सदस्य नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति उनके अनुभव, भाषा प्रेम और राष्ट्र सेवा के समर्पण को दर्शाती है।
“हिंदी हमारी आत्मा है” – बृजमोहन अग्रवाल
नई जिम्मेदारी मिलने के बाद सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हिंदी केवल हमारी राष्ट्रभाषा नहीं, बल्कि राष्ट्र की आत्मा है। मैं हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार, विकास और राजकीय कार्यों में अधिकाधिक उपयोग के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध हूं।”
उन्होंने यह भी कहा कि अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण विभाग की हिंदी सलाहकार समिति से जुड़ना उनके लिए गौरव का विषय है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू का आभार व्यक्त किया जिन्होंने उन्हें इस महत्वपूर्ण दायित्व के योग्य समझा।
क्या करती है हिंदी सलाहकार समिति?
हिंदी सलाहकार समिति का मुख्य उद्देश्य है:
- मंत्रालय की योजनाओं, नीतियों और दस्तावेजों में राजभाषा हिंदी का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करना।
- हिंदी भाषा से जुड़े मुद्दों पर सलाह और सुझाव देना।
- मंत्रालय में कार्यान्वयन स्तर पर हिंदी के उपयोग को प्रोत्साहित और निगरानी करना।
यह समिति प्रशासनिक और सांस्कृतिक दृष्टि से हिंदी के समग्र विकास में अहम भूमिका निभाती है।
राजनीति से भाषा तक – अग्रवाल की सक्रिय भूमिका
बृजमोहन अग्रवाल छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक सशक्त और सक्रिय चेहरा हैं। राज्य और केंद्र स्तर पर उनकी भूमिका लगातार मजबूत होती जा रही है। अब हिंदी भाषा से जुड़े इस राष्ट्रीय स्तर के मंच पर उनकी मौजूदगी से उम्मीद की जा रही है कि हिंदी के संवर्धन को और गति मिलेगी।
