छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले ने एक बार फिर अपनी मेहनत और प्रशासनिक समर्पण से नया कीर्तिमान रच दिया है। नीति आयोग द्वारा संचालित आकांक्षी जिला कार्यक्रम के अंतर्गत बस्तर जिले को राज्य स्तरीय आकांक्षी जिला श्रेणी में गोल्ड मेडल से सम्मानित किया जाएगा। साथ ही, बस्तर जिले के तोकापाल विकासखंड को आकांक्षी ब्लॉक श्रेणी में कांस्य पदक से नवाजा जाएगा।
यह पुरस्कार 2 अगस्त को रायपुर में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में प्रदान किए जाएंगे। यह सम्मान 4 जुलाई से 30 सितंबर 2024 तक चले सम्पूर्णता अभियान के तहत 6 प्रमुख सामाजिक-आर्थिक सूचकांकों में शत-प्रतिशत उपलब्धियों के आधार पर दिया गया है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि पर बस्तर जिला प्रशासन, जनप्रतिनिधियों और जनता को बधाई दी। उन्होंने कहा कि,
“सहयोग, प्रतिस्पर्धा और जनभागीदारी ही विकास की कुंजी है। आकांक्षी जिला कार्यक्रम जिलों को एक-दूसरे से सीखने और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के माध्यम से विकास की नई दिशा देता है।”

मुख्यमंत्री श्री साय ने अन्य जिलों से भी आह्वान किया कि वे बस्तर की तरह नवाचार और भागीदारी को अपनाकर विकसित छत्तीसगढ़ की ओर सार्थक योगदान दें।
आकांक्षी कार्यक्रम की विशेषताएं:
- स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कृषि, महिला सशक्तिकरण सहित 6 मुख्य क्षेत्रों में कार्य
- बस्तर में 8,500 किसानों के सॉयल हेल्थ कार्ड बनाए गए
- 1,922 गर्भवती महिलाओं का ANC पंजीयन और 1,801 बच्चों का टीकाकरण
- 7,894 हितग्राहियों को पूरक पोषण आहार
- 177 स्कूलों में बिजली और 100% पाठ्यपुस्तक वितरण
बस्तर जिले के प्रशासन ने ग्रामीण और आंतरिक इलाकों तक सेवाएं पहुंचाकर जनभागीदारी आधारित एक प्रभावी मॉडल प्रस्तुत किया। पंचायत और अन्य विभागों की संयुक्त भागीदारी से सभी सूचकांकों में लक्ष्य हासिल किए गए।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जनवरी 2018 में आकांक्षी जिला कार्यक्रम की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य देश के 112 पिछड़े जिलों का समग्र विकास सुनिश्चित करना है।

इस कार्यक्रम के अंतर्गत चौम्पियंस ऑफ चेंज पोर्टल पर जिलों की प्रगति सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराई जाती है, और नीति आयोग बेहतर कार्यों को दोहराने व क्षमता वृद्धि के लिए जिलों को प्रोत्साहित करता है।