नई दिल्ली। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक अहम फैसले का असर सीधे तौर पर भारतीय शेयर बाजार पर देखने को मिला। ट्रंप द्वारा विदेशी आयात पर लगने वाले टैरिफ में छूट देने की घोषणा के बाद भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी दर्ज की गई। महज चार कारोबारी सत्रों में निवेशकों की संपत्ति में करीब ₹26 लाख करोड़ की वृद्धि हुई है।
क्या है पूरा मामला?
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में कुछ विदेशी उत्पादों पर लगने वाले टैरिफ को 90 दिनों के लिए टालने का ऐलान किया है। इस कदम से वैश्विक बाजारों में सकारात्मक माहौल बना है, और इसका सीधा फायदा भारतीय बाजार को भी मिला।
BSE में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप ₹393.82 लाख करोड़ से बढ़कर ₹419.60 लाख करोड़ तक पहुंच गया है। यानी निवेशकों ने सिर्फ चार दिनों में ₹25.78 लाख करोड़ का फायदा कमाया है।
किन सेक्टर्स को हुआ सबसे ज़्यादा फायदा?
ऑटो सेक्टर में सबसे ज्यादा तेजी देखने को मिली। ट्रंप के टैरिफ फैसले से ऑटो और ऑटो पार्ट्स कंपनियों के शेयरों में भारी उछाल आया:
- समवर्धन मथरसन: 7.7% की बढ़त
- भारत फोर्ज: 6% की बढ़त
- सोना बीएलडब्ल्यू: 7.3% की बढ़त
इसके अलावा बैंकिंग, मेटल्स और FMCG सेक्टर में भी मजबूती देखी गई।
घरेलू निवेशकों ने निभाई अहम भूमिका
अंतरराष्ट्रीय अनिश्चितताओं के बीच घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने लगातार बाजार में निवेश बनाए रखा, जिससे बाजार में स्थिरता बनी रही। इसका असर यह हुआ कि विदेशी संकेतों के साथ घरेलू समर्थन ने मिलकर बाजार को मजबूती दी।
क्या कहता है विश्लेषण?
वित्तीय जानकारों का मानना है कि ट्रंप के इस रुख से यह संकेत मिल रहा है कि अमेरिका आने वाले समय में व्यापार संबंधों को लेकर नरमी दिखा सकता है। यदि ऐसा होता है, तो भारत जैसे उभरते बाजारों को और भी लाभ हो सकता है।
निष्कर्ष:
डोनाल्ड ट्रंप के फैसले ने भारतीय शेयर बाजार में नई ऊर्जा भर दी है। निवेशकों के लिए यह सप्ताह बेहद फायदेमंद रहा है, लेकिन बाजार विश्लेषकों की राय है कि लंबी अवधि में सतर्कता जरूरी है क्योंकि वैश्विक नीतियों में बदलाव का असर कभी भी बाजार की दिशा बदल सकता है।