नई दिल्ली, 5 सितंबर 2025।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की बिकवाली और अमेरिकी डॉलर की मजबूती के बीच गुरुवार को रुपया 10 पैसे टूटकर 88.12 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 88.09 पर खुला और कारोबार के दौरान 87.85 से 88.19 प्रति डॉलर के दायरे में उतार-चढ़ाव करता रहा। अंत में यह पिछले बंद भाव 88.02 की तुलना में 10 पैसे कमजोर होकर बंद हुआ।
बाजार विशेषज्ञों ने बताया कि घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक रुझान और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट ने रुपये की तेज गिरावट को सीमित किया। हालांकि, विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी और अमेरिकी शुल्क को लेकर बनी चिंताओं ने रुपये पर दबाव बनाए रखा।
फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार भंसाली ने कहा,
“सुबह रुपये में हल्की बढ़त दिखी थी, लेकिन शेयर बाजार अपनी मजबूती बरकरार नहीं रख सके। साथ ही आरबीआई ने ऊंचे स्तर पर डॉलर की बिक्री की। विदेशी पूंजी की निकासी और वैश्विक दबाव के चलते रुपये की धारणा कमजोर बनी हुई है। आने वाले दिनों में रुपया 87.80 से 88.50 प्रति डॉलर के बीच कारोबार कर सकता है।”
इस बीच, अमेरिकी डॉलर को छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले तौलने वाला डॉलर इंडेक्स 0.08% बढ़कर 98.21 पर पहुंच गया।
घरेलू शेयर बाजारों में गुरुवार को बढ़त दर्ज हुई—
- सेंसेक्स 150.30 अंक चढ़कर 80,718.01 पर बंद हुआ।
- निफ्टी 19.25 अंक की तेजी के साथ 24,734.30 पर रहा।
वहीं, अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 1.07% टूटकर 66.88 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने गुरुवार को 106.34 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की।