बीजिंग। चीन के सिचुआन प्रांत में एक 31 वर्षीय पर्वतारोही की मौत ने दुनिया को स्तब्ध कर दिया है। नामा पीक (5,588 मीटर या 18,333 फीट) की चोटी पर सेल्फी लेते हुए सुरक्षा रस्सी खोलने के कारण उनका पैर फिसल गया, और वे 650 फीट गहरी खाई में गिर पड़े। यह दर्दनाक हादसा 25 सितंबर 2025 को हुआ, जब होंग नामक पर्वतारोही एक दल के साथ चढ़ाई कर रहा था। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जो साहसिक पर्यटन के खतरे को उजागर करता है।
हादसे का विवरण: सेल्फी की चाहत में मौत
सिचुआन प्रांत के शियाओजिन काउंटी के निवासी होंग पहली बार नामा पीक फतह करने की कोशिश कर रहे थे। गाइड रस्सी से बंधे होने के बावजूद, परफेक्ट फोटो के लिए उन्होंने जानबूझकर सुरक्षा क्लिप खोल दी। इसी दौरान पैर फिसल गया, और वे करीब 200 मीटर (650 फीट) नीचे नुकीली चट्टानों पर गिर पड़े। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गिरते हुए उनकी चीखें गूंजीं, लेकिन खराब मौसम और ऊंचाई के कारण तत्काल बचाव संभव नहीं हो सका।
रेस्क्यू में देरी, मौत की पुष्टि
गाइड और साथी पर्वतारोही तुरंत नीचे पहुंचे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि होंग का यह पहला पर्वतारोहण प्रयास था, और वे अनुभवी गाइड नहीं थे। कांगडिंग नगर शिक्षा एवं खेल ब्यूरो के एक अधिकारी ने कहा, “अगर रस्सी न खोली होती और क्रैम्पन न हटाया होता, तो शायद यह हादसा न होता।” बिना परमिट के चढ़ाई के बावजूद प्रशासन ने रेस्क्यू शुरू किया, लेकिन खराब मौसम ने बाधा डाली।

नामा पीक: खतरनाक चोटी का इतिहास
नामा पीक अपनी कठिन चढ़ाई और खूबसूरत दृश्यों के लिए जाना जाता है, लेकिन यह ऊंचाई पर रोमांच की चाहत में लापरवाही के लिए कुख्यात भी है। हाल के वर्षों में दुनिया भर में कई पर्वतारोही और पर्यटक सेल्फी या फोटो लेते हुए जान गंवा चुके हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सोशल मीडिया पर कुछ सेकंड की प्रसिद्धि के लिए जोखिम उठाना कभी उचित नहीं।