आज भी 8 साल पीछे है! दुनिया का एकमात्र देश जो बिल्कुल अलग है
दुनिया 2025 में जी रही है, लेकिन एक देश ऐसा भी है जो आज भी 2017 में है! ये कोई साइंस फिक्शन कहानी नहीं, बल्कि हकीकत है। अफ्रीकी देश इथियोपिया दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है, जहां का कैलेंडर बाकी दुनिया से 8 साल पीछे चलता है।
क्या है इसकी वजह?
इथियोपिया में “इथियोपियन कैलेंडर” का इस्तेमाल होता है, जो जूलियन कैलेंडर पर आधारित है, जबकि दुनिया के ज्यादातर देश ग्रेगोरियन कैलेंडर का अनुसरण करते हैं। इस अंतर के कारण इथियोपियन कैलेंडर लगभग 7 से 8 साल पीछे रहता है।
कैसे अलग है इथियोपियन कैलेंडर?
- 13 महीनों वाला साल – इथियोपिया का साल 13 महीनों का होता है। इसमें 12 महीने 30 दिनों के होते हैं, और 13वां महीना 5 या 6 दिनों का होता है।
- नया साल 11 सितंबर को – दुनिया में 1 जनवरी को नया साल मनाया जाता है, लेकिन इथियोपिया में हर साल 11 सितंबर (लीप ईयर में 12 सितंबर) को नया साल आता है।
- ईसा मसीह के जन्म की गणना का अंतर – ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, ईसा मसीह का जन्म 1 ईस्वी में हुआ था, लेकिन इथियोपियन कैलेंडर के अनुसार, यह 7 से 8 साल बाद हुआ था। इसी कारण वहां का साल बाकी दुनिया से पीछे चलता है।
क्या इथियोपिया इसी कैलेंडर को मानता रहेगा?
इथियोपिया अपनी प्राचीन परंपराओं और संस्कृति को लेकर बहुत गर्व महसूस करता है, इसलिए अभी तक उन्होंने अपने कैलेंडर को बदलने का कोई संकेत नहीं दिया है। यहां के लोग इसे अपनी पहचान मानते हैं और उसी के अनुसार त्योहार और कार्यक्रम मनाते हैं।
तो अगर आप कभी इथियोपिया जाएं, तो वहां की तारीख और साल देखकर चौंकिएगा मत, क्योंकि वहां अभी भी 2017 चल रहा होगा!