सुकमा से नक्सलवाद के खात्मे की ओर बड़ा कदम, सीआरपीएफ को मिला बेस्ट फॉरवर्ड ऑपरेशन बेस अवार्ड
सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलवाद के गढ़ माने जाने वाले गांव पूर्वती में तैनात सीआरपीएफ की 150वीं बटालियन को बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। देश के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस बटालियन को “बेस्ट फॉरवर्ड ऑपरेशन बेस (एफओबी)” अवार्ड से सम्मानित किया। यह पुरस्कार बटालियन के कमांडेंट राकेश चंद्र शुक्ला ने स्वयं गृह मंत्री के हाथों ग्रहण किया।
कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात सुरक्षाबलों के योगदान की सराहना की और कहा कि “मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद का पूरी तरह सफाया किया जाएगा, और यह सीआरपीएफ के बिना असंभव है।” उन्होंने जवानों के साहस और बलिदान को सलाम करते हुए कहा कि उनकी वजह से ही आज नक्सलियों के गढ़ में भी तिरंगा लहराने लगा है।
कभी यह इलाका नक्सली कमांडर हिडमा और देवा का मजबूत गढ़ माना जाता था, जहाँ किसी बाहरी व्यक्ति की घुसपैठ तक मुमकिन नहीं थी। लेकिन अब हालात बदल रहे हैं। हाल ही में छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने हिडमा के गांव पूर्वती में बाइक पर सवार होकर पहुंचकर चौपाल लगाई। उन्होंने ग्रामीणों से सीधा संवाद कर सरकार की योजनाओं की जानकारी दी और नक्सलियों का साथ छोड़कर विकास और सुरक्षा बलों के साथ आने की अपील की।
पूर्वती गांव में अब सुरक्षा बलों का कैंप भी स्थापित हो चुका है और ग्रामीणों की सुविधा के लिए पास ही अस्पताल भी खोला गया है। यह सब दर्शाता है कि सरकार और सुरक्षा बल मिलकर इस क्षेत्र को विकास की राह पर ले जाने का प्रयास कर रहे हैं।
यह अवार्ड न केवल सीआरपीएफ के जवानों के शौर्य का प्रतीक है, बल्कि सुकमा जैसे दुर्गम और संवेदनशील क्षेत्र में शांति बहाली की दिशा में एक मील का पत्थर भी है।