नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार स्पिनर युजवेंद्र चहल और उनकी पत्नी धनश्री वर्मा की शादीशुदा जिंदगी का अंत हो गया है। बॉम्बे हाईकोर्ट की बांद्रा फैमिली कोर्ट ने 20 मार्च 2025 को दोनों के तलाक को मंजूरी दे दी। जस्टिस माधव जामदार की बेंच ने आपसी सहमति से दायर तलाक याचिका स्वीकार करते हुए छह महीने के कूलिंग ऑफ पीरियड को माफ कर दिया।
4.75 करोड़ रुपये गुजारा भत्ता
तलाक के फैसले के तहत चहल को अपनी पूर्व पत्नी धनश्री को 4.75 करोड़ रुपये की गुजारा भत्ता राशि देनी होगी, जिसमें से 2.37 करोड़ रुपये पहले ही अदा किए जा चुके हैं। चहल के वकील नितिन गुप्ता ने कहा, “कोर्ट ने तलाक की डिक्री पास कर दी है। अब दोनों कानूनी तौर पर पति-पत्नी नहीं हैं।”
लॉकडाउन में शुरू हुई प्रेम कहानी
चहल और धनश्री की प्रेम कहानी लॉकडाउन के दौरान 2020 में शुरू हुई थी। धनश्री, जो एक मशहूर कोरियोग्राफर और यूट्यूबर हैं, उस वक्त चहल को ऑनलाइन डांस क्लास दे रही थीं। क्लास के दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं, और दिसंबर 2020 में दोनों ने शादी कर ली।
अलगाव की अटकलें और तलाक की वजह
हालांकि, शादी के कुछ समय बाद से ही दोनों के रिश्ते में खटास आने लगी। जून 2022 के बाद से ही उनके अलग रहने की खबरें आने लगी थीं। हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल के दौरान चहल को आरजे महवश के साथ दुबई में देखा गया था, जिससे उनके तलाक की अटकलें और तेज हो गईं। सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल होने के बाद धनश्री ने इंस्टाग्राम पर लिखा था, “हर बार महिलाओं को दोष देने की आदत है।”
पिछले कुछ महीनों में चहल ने धनश्री के साथ अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया से हटा दी थीं और कई भावुक पोस्ट शेयर किए, जिनसे उनके रिश्ते में तनाव के संकेत मिलने लगे थे। हालांकि, दोनों ने कभी सार्वजनिक तौर पर अलगाव की वजह नहीं बताई।
IPL की वजह से जल्दबाजी में हुआ फैसला
बताया जा रहा है कि हाईकोर्ट ने इस तलाक में कूलिंग ऑफ पीरियड को इस वजह से माफ किया, क्योंकि चहल 21 मार्च से शुरू हो रहे आईपीएल के कारण उपलब्ध नहीं होंगे। इस वजह से दोनों पक्षों की सहमति से तलाक की प्रक्रिया जल्दी पूरी की गई।
अब दोनों अपनी-अपनी राह पर
तलाक के बाद अब युजवेंद्र चहल पूरी तरह से अपने क्रिकेट करियर पर ध्यान देंगे, वहीं धनश्री अपने डांस करियर और सोशल मीडिया पर सक्रिय रहेंगी। दोनों के रिश्ते का अंत भले ही कड़वाहट में हुआ हो, लेकिन दोनों ने इस मामले में पूरी गरिमा बनाए रखी और आपसी सहमति से अलग हुए।