रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई स्थित निवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की 11 घंटे तक छापेमारी चली। इस दौरान ईडी अधिकारियों ने दस्तावेजों, सोने-चांदी के जेवरातों की जांच की और परिवार के सदस्यों के मोबाइल व कॉल डिटेल खंगाले।
ईडी की कार्रवाई और बघेल का बयान
छापेमारी के बाद प्रेसवार्ता में भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा—
🔹 ईडी अधिकारियों ने सुबह से घर की तलाशी ली, विधानसभा जाने से रोका और मोबाइल मांगा, जिसे देने से इनकार किया।
🔹 पूरे घर की तलाशी ली गई, लेकिन कुछ नहीं मिला, सिर्फ 33 लाख रुपये नकद बरामद हुए, जिसका पूरा हिसाब दिया जाएगा।
🔹 परिवार की अलमारियां तक खंगाली गईं, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला।
🔹 विधानसभा में सवाल उठाना अब अपराध हो गया है, ईडी को भाजपा की बौखलाहट के कारण भेजा गया।
पंजाब प्रभार मिलने पर छापा
भूपेश बघेल ने कहा कि कांग्रेस ने उन्हें पंजाब का प्रभार दिया है, इसीलिए यह छापा मारा गया। उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल डरने वाला नहीं है और न ही किसी में उनके हाथ दबाने की ताकत है।
राजनीतिक गर्मी बढ़ी
ED की इस कार्रवाई के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस इसे राजनीतिक प्रतिशोध बता रही है, जबकि भाजपा इस पर चुप्पी साधे हुए है।