कोल इंडिया ने 2024-25 में 78.8 करोड़ टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य रखा, कीमतों में कटौती से इनकार
नई दिल्ली: कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 78.8 करोड़ टन कोयला उत्पादन का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है। कंपनी देश में ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उत्पादन बढ़ाने पर जोर दे रही है। हालांकि, कोल इंडिया ने स्पष्ट किया है कि फिलहाल कोयले की कीमतों में किसी भी तरह की कटौती की संभावना नहीं है।
कोयला उत्पादन में तेजी
कोल इंडिया ने जनवरी 2025 में कोयला उत्पादन में 4.6% की वृद्धि दर्ज की थी, जबकि अप्रैल 2024 से जनवरी 2025 तक की संचयी वृद्धि 6% रही। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि कंपनी लगातार उत्पादन क्षमता में इजाफा कर रही है।
मांग और कीमतों पर कोल इंडिया का रुख
कोयला उत्पादन और आपूर्ति में वृद्धि के बावजूद, कंपनी ने कीमतों में कटौती से इनकार कर दिया है। उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार, कोल इंडिया अपनी वित्तीय स्थिरता बनाए रखने के साथ-साथ परिचालन लागत को संतुलित रखना चाहती है, जिसके कारण कीमतों में कटौती की संभावना कम है।
ऊर्जा क्षेत्र पर प्रभाव
कोल इंडिया का यह निर्णय बिजली कंपनियों और अन्य औद्योगिक उपभोक्ताओं को प्रभावित कर सकता है, जो सस्ती दरों पर कोयले की आपूर्ति की उम्मीद कर रहे थे। हालांकि, कंपनी का कहना है कि वह घरेलू आवश्यकताओं को प्राथमिकता देते हुए उत्पादन बढ़ाने और कोयले की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
सरकार भी कोयला उत्पादन को बढ़ाने के लिए नई नीतियों पर विचार कर रही है ताकि देश में ऊर्जा संकट को रोका जा सके और आयात पर निर्भरता कम हो।