रुपया मजबूत हुआ: शुरुआती कारोबार में 14 पैसे चढ़कर 86.50 प्रति डॉलर पर पहुंचा
भारतीय रुपये ने मंगलवार को विदेशी मुद्रा बाजार में मजबूती दर्ज की। शुरुआती कारोबार में रुपये ने 14 पैसे की बढ़त के साथ 86.50 रुपये प्रति अमेरिकी डॉलर का स्तर छू लिया। यह बढ़त वैश्विक बाजारों में डॉलर के कमजोर होने, घरेलू शेयर बाजार में तेजी और विदेशी निवेश प्रवाह में बढ़ोतरी के चलते देखी गई।
रुपये को मिला समर्थन
- डॉलर में नरमी: अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में गिरावट के चलते रुपये को मजबूती मिली।
- विदेशी निवेश का प्रवाह: विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) द्वारा भारतीय बाजारों में निवेश बढ़ाने से रुपये को सपोर्ट मिला।
- घरेलू बाजार का उत्साह: भारतीय शेयर बाजार में सकारात्मक रुख बना हुआ है, जिससे रुपये की धारणा मजबूत हुई।
- कच्चे तेल की कीमतों में नरमी: अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में कमी ने भी रुपये को राहत दी।
रुपये की आगे की चाल
विशेषज्ञों का मानना है कि रुपये की आगे की दिशा अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति, कच्चे तेल की कीमतों और विदेशी निवेश के रुझान पर निर्भर करेगी। अगर डॉलर इंडेक्स में और गिरावट आती है और विदेशी निवेशकों का रुझान भारतीय बाजार की ओर बना रहता है, तो रुपये में और मजबूती देखने को मिल सकती है।
इससे पहले सोमवार को रुपया 86.64 के स्तर पर बंद हुआ था। अब बाजार की नजर आगामी आर्थिक आंकड़ों और वैश्विक घटनाक्रमों पर टिकी है, जो रुपये की चाल को प्रभावित कर सकते हैं।