दुबई। एशिया कप 2025 का फाइनल भारत और पाकिस्तान के बीच रविवार को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया, जहां भारतीय टीम ने 5 विकेट से शानदार जीत हासिल कर रिकॉर्ड नौवीं बार खिताब अपने नाम किया। लेकिन मैच के बाद ट्रॉफी समारोह में हुए ड्रामे ने क्रिकेट जगत को हिलाकर रख दिया। एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) अध्यक्ष और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) चीफ Mohsin Naqvi ने माफी मांगी, लेकिन ट्रॉफी और मेडल लौटाने को लेकर अपना कड़ा रुख बनाए रखा। उन्होंने भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव को एसीसी ऑफिस आकर ट्रॉफी लेने का निर्देश दिया, जिस पर बीसीसीआई ने सख्त आपत्ति जताई है।
फाइनल में भारत ने पाकिस्तान के 147 रनों के लक्ष्य को 19.3 ओवर में हासिल कर लिया, जहां तिलक वर्मा की नाबाद 69 रनों की पारी और कुलदीप यादव की 4 विकेट हॉल रही। लेकिन समारोह में ड्रामा शुरू हो गया। भारतीय टीम ने ट्रॉफी नकवी के हाथों लेने से साफ इनकार कर दिया, क्योंकि वे पाकिस्तान के इंटीरियर मिनिस्टर भी हैं। बीसीसीआई ने पहले ही एसीसी को सूचित किया था कि वे UAE क्रिकेट बोर्ड के वाइस चेयरमैन खालिद अल जरूनी से ट्रॉफी लेना पसंद करेंगे, लेकिन नकवी ने इस मांग को ठुकरा दिया।
नतीजा? समारोह करीब एक घंटे लेट हो गया। पाकिस्तानी खिलाड़ी ड्रेसिंग रूम में छिपे रहे, जबकि भारतीय टीम मैदान पर इंतजार करती रही। आखिरकार, ट्रॉफी और विजेता मेडल्स को बिना सौंपे ही Mohsin Naqvi अपने होटल ले गए। बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने कहा, “हमने फैसला किया था कि पाकिस्तान के प्रमुख नेता से ट्रॉफी नहीं लेंगे। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वे ट्रॉफी और मेडल्स ले भागेंगे। यह अस्पोर्ट्समैनशिप है।”

सोमवार को एसीसी की बैठक में बीसीसीआई ने Mohsin Naqvi को कड़ी फटकार लगाई। उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने सवाल किया, “खिलाड़ी मौके पर थे, फिर ट्रॉफी क्यों नहीं दी गई? अब आप क्या सोचते हैं कि वे खुद ऑफिस जाकर लेंगे?” नकवी ने माफी मांगी और कहा, “जो हुआ, वो नहीं होना चाहिए था।” लेकिन उन्होंने ट्रॉफी लौटाने पर अड़े रहे और सूर्यकुमार को एसीसी दफ्तर आने को कहा। बैठक में नकवी ने भारत की जीत पर बधाई देने से भी इनकार कर दिया, जिसे बीसीसीआई प्रतिनिधि आशीष शेलार ने मजबूरन दिलवाया।
बीसीसीआई ने साफ कर दिया कि ट्रॉफी एसीसी की संपत्ति है, नकवी की निजी। सूत्रों के अनुसार, एसीसी के अंदर भी इस मुद्दे पर असहमति है। बीसीसीआई नवंबर में आईसीसी कॉन्फ्रेंस में इसकी शिकायत करेगी।

मंगलवार को Mohsin Naqvi लाहौर के लिए रवाना हो रहे हैं, लेकिन ट्रॉफी विवाद की आग अभी ठंडी होने वाली नहीं। सोशल मीडिया पर फैंस और पूर्व खिलाड़ी इसकी आलोचना कर रहे हैं। सूर्यकुमार यादव ने कहा, “हमने स्टैंड लेना जरूरी समझा। ट्रॉफी से ज्यादा महत्वपूर्ण है सम्मान।” बीसीसीआई ने 21 करोड़ रुपये का इनाम घोषित किया, लेकिन ट्रॉफी की मांग पर अडिग है।