तियानजिन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के तियानजिन में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में भाग लिया और सम्मेलन के समापन के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ करीब 40 मिनट तक द्विपक्षीय बातचीत की। इस वार्ता में दोनों नेताओं ने वैश्विक चुनौतियों, अंतरराष्ट्रीय स्थिरता और दोतरफा सहयोग समेत कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं और शाम तक राजधानी पहुंच जाएंगे।

बैठक का आयोजन और अहमियत
पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की द्विपक्षीय बैठक तियानजिन के होटल रिट्ज़-कार्लटन में आयोजित की गई। दोनों नेता अपने-अपने प्रतिनिधिमंडलों के साथ शामिल हुए। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच घनिष्ठ सहयोग वैश्विक शांति, समृद्धि और स्थिरता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
मोदी ने कहा, “आपसे मिलना हमेशा यादगार अनुभव होता है। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श और जानकारी साझा करने का अवसर मिला। दोनों पक्षों के बीच नियमित संपर्क और उच्च-स्तरीय बैठकें हमारी विशेष साझेदारी की गहराई को दर्शाती हैं। दिसंबर में हमारे 23वें शिखर सम्मेलन का बेसब्री से इंतजार है।”
यूक्रेन संकट पर चर्चा
द्विपक्षीय बैठक में यूक्रेन संकट पर भी चर्चा हुई। पीएम मोदी ने कहा कि कठिन परिस्थितियों में भी भारत और रूस हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे हैं। उन्होंने सभी पक्षों से संघर्ष को जल्द से जल्द समाप्त करने और स्थायी शांति स्थापित करने की अपील की।
साझा यात्रा में हुआ मिलन
दिलचीन SCO सम्मेलन के समापन के बाद, प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन एक ही कार में यात्रा करते हुए बैठक स्थल पहुंचे। पीएम मोदी ने इस पल की फोटो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा करते हुए लिखा “एससीओ शिखर सम्मेलन के बाद मैंने और राष्ट्रपति पुतिन ने मिलकर द्विपक्षीय बैठक के लिए यात्रा की। उनके साथ बातचीत हमेशा ज्ञान और जानकारी से भरपूर रहती है।”